Marigold cultivation: किसान फूल की खेती से कर रहे लाखों की कमाई, जाने जानकारी

Marigold cultivation: किसान फूल की खेती से कर रहे लाखों की कमाई, जाने जानकारी। आज हम बात करेंगे ‘गेंदे की खेती’ के बारे में। गेंदे की खेती भारत में एक लोकप्रिय व्यवसाय है, और यह लेख आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देगा। गेंदे के फूल पूजा, सजावट और दवाईयों के लिए इस्तेमाल होते हैं। यह फूल अक्टूबर से लेकर दिसंबर तक उगाया जाता है। आइये जानते है इसके खेती के बारे में विस्तार से।

भारत में गेंदे की खेती (Marigold cultivation in India)

गेंदे की खेती कैसे करें? (Marigold cultivation)

1. मिट्टी: गेंदे की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए।

2. खाद: अच्छी फसल के लिए मिट्टी में खाद मिलाना जरूरी है। आप गोबर की खाद या रासायनिक खाद इस्तेमाल कर सकते हैं।

3. बीज: गेंदे के बीज नर्सरी में या ऑनलाइन मिल जाते हैं। एक हेक्टेयर के लिए 1 से 1.5 किलो बीज काफी होते हैं।

4. सिंचाई: गर्मी में 4-5 दिनों के अंतराल पर और सर्दी में 7-8 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करें।

5. कटाई: फूल खिलने के बाद कटाई शुरू करें। कटाई सुबह या शाम को करें।

रोग और कीटों से बचाव:

गेंदे की खेती में कुछ रोग और कीटों का खतरा होता है। इनसे बचाव के लिए, आप नीचे दिए गए तरीकों का पालन कर सकते हैं:

  • जैविक कीटनाशक का इस्तेमाल करें।
  • फसल को नियमित रूप से जांचें।
  • अगर जरूरत हो तो, रासायनिक कीटनाशक का इस्तेमाल करें।

गेंदे की खेती के फायदे:

  • कम लागत और ज्यादा मुनाफा।
  • कम समय में फसल तैयार हो जाती है।
  • भारत में गेंदे की मांग हमेशा बनी रहती है।

अतिरिक्त जानकारी:

  • गेंदे की खेती के लिए सबसे अच्छे राज्य हैं: राजस्थान, गुजरात, और पंजाब।
  • गेंदे की खेती की अच्छी किस्मों में से कुछ हैं: पुसा बसंत, पुसा नारंगी, और पुसा पीला।

यह जानकारी गेंदे की खेती करने वालों के लिए बहुत फायदेमंद है। अगर आप भी गेंदे की खेती करने की सोच रहे हैं, तो इन सुझावों को ध्यान में रखें।

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