MP State Education Scheme 2025: MP State सरकार शिक्षा के क्षेत्र में ड्रॉपआउट दर को कम करने के लिए लगातार गंभीर प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में, मध्य प्रदेश राज्य मुक्त विद्यालय शिक्षा मंडल (Madhya Pradesh State Open School Education Board) की मदद से उन छात्रों के लिए विशेष परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं जो किसी कारणवश पढ़ाई छोड़ चुके हैं या बोर्ड परीक्षा में असफल रहे हैं। यह पहल न केवल छात्रों के भविष्य को संवार रही है, बल्कि उन्हें दोबारा मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ने का अवसर भी दे रही है।
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2 जून से शुरू होंगी परीक्षाएं, एडमिट कार्ड जारी
MP State के सभी ज़िला मुख्यालयों पर 2 जून से 20 जून 2025 तक विभिन्न योजनाओं के तहत परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। इनमें ‘रुक जाना नहीं’ योजना, ‘आ लौट चलें’ योजना, ओपन स्कूल (पारंपरिक), आईटीआई परीक्षा, सीबीएसई ऑन डिमांड एग्जामिनेशन, और कक्षा 5वीं से 8वीं की परीक्षाएं शामिल हैं। परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के एडमिट कार्ड पहले ही जारी किए जा चुके हैं। यह परीक्षाएं उन छात्रों के लिए हैं जो MP Board, CBSE या अन्य मान्यता प्राप्त बोर्ड से असफल हो गए हैं और अब दोबारा परीक्षा देकर अपनी शिक्षा जारी रखना चाहते हैं।

‘रुक जाना नहीं’ योजना: फेल छात्रों को दूसरा मौका
MP State द्वारा शुरू की गई ‘रुक जाना नहीं योजना’ का उद्देश्य है कि MP Board की परीक्षा में असफल हुए छात्रों का पूरा साल बर्बाद न हो। इस योजना के तहत, माध्यमिक शिक्षा मंडल (MP Board) के रेगुलर और प्राइवेट छात्रों को उसी वर्ष दोबारा परीक्षा देने का मौका मिलता है। इस तरह वे पास होकर उच्च शिक्षा में दाखिला ले सकते हैं और अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं। इस योजना से अब तक लाखों छात्रों को लाभ मिला है और वे एक बार फिर से आत्मविश्वास के साथ पढ़ाई की मुख्यधारा में लौटे हैं।
CBSE बोर्ड के छात्र भी उठा सकते हैं लाभ
‘रुक जाना नहीं’ योजना में केवल MP Board के नहीं, बल्कि CBSE बोर्ड के असफल छात्र भी शामिल होकर परीक्षा दे सकते हैं। इस योजना के तहत 10वीं और 12वीं की परीक्षा देने का मौका सभी को समान रूप से मिलता है। परीक्षा समाप्त होने के एक महीने के भीतर, यानी जुलाई में परिणाम जारी कर दिए जाएंगे ताकि सफल छात्र समय रहते कॉलेज या अन्य संस्थानों में प्रवेश ले सकें।
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दिसंबर में मिलती है एक और कोशिश
यदि कोई छात्र जून में आयोजित पहली परीक्षा में पास नहीं हो पाता है, तो MP State द्वारा उसे दिसंबर में दोबारा परीक्षा देने का मौका दिया जाता है। यह दूसरा अवसर छात्रों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होता, जिससे वे एक और प्रयास करके सफलता हासिल कर सकते हैं। गौरतलब है कि ‘रुक जाना नहीं’ योजना को वर्ष 2016 में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था। इसकी सफलता को देखते हुए इसे CBSE जैसे अन्य बोर्डों के लिए भी ऑन डिमांड लागू किया गया है।
‘On Demand Exam’: 15 दिन में पास करें परीक्षा
MP State Open School द्वारा चलाई जा रही एक और अनोखी योजना है – ‘ऑन डिमांड एग्जाम’, जिसमें छात्र 15 दिनों के अंदर एक या अधिक विषयों में परीक्षा देकर 10वीं या 12वीं पास कर सकते हैं। इस योजना का उद्देश्य यह है कि छात्र अपनी सुविधा के अनुसार परीक्षा दें और रिजल्ट जल्दी प्राप्त करें। यह परीक्षा केवल उन्हीं छात्रों के लिए है जो मान्यता प्राप्त बोर्ड जैसे MP Board, CBSE, या State Open School के सिलेबस के अनुसार पढ़ाई कर चुके हैं।
निष्कर्ष
MP State सरकार की ये योजनाएं उन छात्रों के लिए उम्मीद की नई किरण हैं जो किसी कारणवश अपनी शिक्षा बीच में छोड़ चुके हैं या फेल हो चुके हैं। ‘रुक जाना नहीं’, ‘आ लौट चलें’, और ‘ऑन डिमांड एग्जाम’ जैसी योजनाएं छात्रों को दोबारा खड़े होने का आत्मबल देती हैं और उन्हें एक नई शुरुआत का मौका देती हैं। अगर आप या आपके जानने वाले किसी छात्र को शिक्षा में दूसरा मौका चाहिए, तो यह सुनहरा अवसर है। MP State की इन योजनाओं से जुड़कर एक नया अध्याय शुरू करें।