Drone Didi Yojana: महिलाओं को ड्रोन पर मिलेगी 80% सब्सिडी और फ्री ट्रैनिंग, ऐसे उठाएं लाभ

Drone Didi Yojana: जानकारी के लिए बता दे की अब भारत के गांवों में एक नई क्रांति जन्म ले रही है। एक ऐसी क्रांति जो न केवल खेतों में बदलाव ला रही है, बल्कि समाज की सोच को भी बदल रही है। इस योजना का नाम है एग्रीकल्चरल ड्रोन्स। भारतीय किसान अब पारंपरिक खेती से एक कदम आगे बढ़कर, आधुनिक तकनीक से लैस होकर ड्रोन की मदद से खेतों की देखभाल कर रहा है। तो आइये जानते है इस योजना के बारे में।

ड्रोन दीदी योजना

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जानकारी के लिए बता दे की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘ड्रोन दीदी’ योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना का उद्देश्य है कि देश की 15,000 ग्रामीण महिलाओं को ड्रोन उड़ाने और कृषि कार्यों में उपयोग की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह पहल पीएम शक्ति योजना के तहत चल रही है।

ड्रोन दीदी योजना के लिए योग्यता

  • जानकारी के लिए बता दे की 18 से 50 वर्ष की आयु की महिलाएं प्रशिक्षण और संचालन में भाग लेने के लिए पात्र हैं जो ट्रेनिंग मॉड्यूल और ड्रोन टेक्नोलॉजी को समझने जितना पढ़ी लिखी हो।
  • इस योजना के लिए आवेदन करने हेतु आपको अपने राज्य के ऑफिशियल ग्रामीण विकास डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर अपने सेल्फ हेल्प ग्रुप को रजिस्टर करवाना होता है।
  • ड्रोन खरीदने के लिए ड्रोन की कीमत का 80% सब्सिडी के रूप में 8 लाख तक मिलेगा साथ ही ड्रोन की बची हुई कीमत के लिए एआईएफ से 3% ब्याज दर पर आसान लोन सुविधा।

ड्रोन से आसान हुई खेती

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पहले के समय में खेतों में कीटनाशक छिड़काव, फर्टिलाइजर्स डिस्ट्रीब्यूशन और फसल की निगरानी जैसे कार्य अपने हाथों से करने पड़ते थे। इस काम समय भी बहुत ज्यादा लगता था, शारीरिक रूप से थकाने वाला और खतरनाक होता था। लेकिन अब ड्रोन तकनीक की मदद से ये काम कुछ ही मिनटों में सुरक्षित और सटीक तरीके से हो जाते हैं। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, एक एकड़ जमीन पर कीटनाशक छिड़कने में जहां पहले एक दिन का समय लगता था, अब ड्रोन से यह काम 7–8 मिनट में पूरा हो जाता है।

महिलाये बनेगी आत्मनिर्भर

जानकारी के लिए बता दे की ड्रोन चलाना सिर्फ एक टेक्निकल स्किल नहीं है, बल्कि यह महिलाओं के लिए आत्मसम्मान और स्वतंत्रता की ओर एक कदम है।

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