MP Weather मध्य प्रदेश में भारी बारिश, 36 जिलों में रेड-ऑरेंज अलर्ट जारी इन दिनों चर्चा का केंद्र बना हुआ है। मध्य प्रदेश में मानसून पूरे उफान पर है और सामान्य से 74 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की जा चुकी है। इस लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। प्रदेश की कई नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले तीन दिनों तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। आइए जानते हैं मध्य प्रदेश के मौसम की ताज़ा स्थिति और अगले कुछ दिनों के पूर्वानुमान.
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मध्य प्रदेश में सक्रिय है मौसम प्रणाली
MP Weather की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में प्रदेश में कई मौसम प्रणालियाँ सक्रिय हैं। मौसम विभाग का कहना है कि एक निम्न दबाव क्षेत्र (Low Pressure Area) बना हुआ है, जिसकी वजह से बादलों की आवाजाही बनी हुई है और वर्षा की संभावना बढ़ गई है।

इसके अलावा, ट्रफ सिस्टम और चक्रीय परिसंचरण प्रणाली (Cyclonic Circulation) भी सक्रिय हैं, जिसके कारण लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, यह स्थिति 13 जुलाई 2025 तक बनी रह सकती है।
36 जिलों में बारिश से तबाही, रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी
MP Weather Alert के तहत आज प्रदेश के 36 जिलों में भारी बारिश को लेकर चेतावनी दी गई है। इन जिलों में से 14 जिलों में अति भारी वर्षा (Red Alert) और 22 जिलों में भारी वर्षा (Orange Alert) का अलर्ट जारी किया गया है।
इन जिलों में होगी अति भारी बारिश (8 इंच से ज्यादा वर्षा की संभावना)
जिन जिलों में अगले 24 घंटे में 200 मिमी या उससे अधिक वर्षा की संभावना जताई गई है, वे हैं:
- नरसिंहपुर
- छिंदवाड़ा
- बालाघाट
- सीहोर
- सिवनी
- पांढुर्ना
- मंडला
- दमोह
- डिंडोरी
- उमरिया
- अनूपपुर
- शहडोल
- जबलपुर
- नर्मदापुरम
इन जिलों में MP Weather की गंभीर स्थिति के चलते बाढ़ का खतरा बना हुआ है। स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने और त्वरित कार्रवाई करने को कहा गया है।
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इन जिलों में जारी है भारी बारिश का अलर्ट (4 इंच तक वर्षा)
मौसम विभाग ने इन 22 जिलों में 100 मिमी तक वर्षा की संभावना जताई है:
- भिंड
- दतिया
- ग्वालियर
- शिवपुरी
- विदिशा
- अशोकनगर
- मुरैना
- रायसेन
- निवाड़ी
- टीकमगढ़
- छतरपुर
- सतना
- सागर
- पन्ना
- मऊगंज
- कटनी
- रीवा
- सिंगरौली
- सीधी
यहाँ जलभराव और निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने की आशंका है।
इन शहरों में येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने इंदौर, उज्जैन, भोपाल, धार, बड़वानी, हरदा जैसे कई जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना जताई है। हालांकि इन क्षेत्रों में बाढ़ की संभावना कम है, फिर भी सतर्कता आवश्यक है।
MP Weather का जनजीवन पर असर
लगातार हो रही बारिश की वजह से मध्य प्रदेश के कई जिलों में सड़क मार्ग बंद, नदियों में जलस्तर खतरनाक स्तर पर और निचले इलाके जलमग्न हो चुके हैं। जबलपुर, बैतूल, मंडला और शहडोल में कई गाँवों से लोगों को निकाला गया है। प्रशासन द्वारा राहत शिविर भी लगाए गए हैं।
74% अधिक बारिश: क्यों बढ़ी MP में जलवर्षा की तीव्रता?
इस बार मानसून ने मध्य प्रदेश में देरी से दस्तक दी थी, लेकिन एक बार सक्रिय होने के बाद बारिश की गति तीव्र हो गई। IMD के अनुसार:
- मानसून ट्रफ लाइन प्रदेश के ऊपर बनी हुई है
- समुद्र से आने वाली नमी का प्रवाह निरंतर जारी है
- पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी से आई प्रणाली ने बारिश को और तेज कर दिया
क्या करें इस MP Weather आपदा में?
मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लें और इन सुझावों को अपनाएं:
- बिना आवश्यकता घर से बाहर न निकलें, खासकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में।
- कमजोर भवनों से दूर रहें और बच्चों को बाहर खेलने न दें।
- अपने मोबाइल और टॉर्च को चार्ज रखें, साथ में पानी, सूखा राशन, दवाइयाँ तैयार रखें।
- सरकारी हेल्पलाइन नंबर सेव करें और आपातकालीन स्थिति में उनसे संपर्क करें।
MP Weather के पीछे की वैज्ञानिक वजह
- Low Pressure Area और Cyclonic Circulation के कारण वातावरण में नमी अधिक बनी रहती है
- वाष्पीकरण दर बढ़ने से वर्षा की तीव्रता अधिक हो जाती है
- ट्रफ लाइन के उत्तर और पूर्व की ओर खिसकने से एक ही क्षेत्र में लगातार वर्षा होती है
MP Weather की तबाही
- मंदला में पुल बह गया, आवाजाही बंद
- नरसिंहपुर के एक गांव में 3 बच्चों की डूबने से मौत
- बैतूल में SUV पानी में बह गई, लोगों को समय पर बचाया गया
- ग्वालियर में ट्रैफिक ठप, सड़कें तालाब में बदलीं
सकारात्मक पक्ष: जल स्तर बढ़ा, खेती को लाभ
जहाँ एक ओर बारिश से मुसीबतें बढ़ी हैं, वहीं दूसरी ओर यह जलवर्षा कृषि क्षेत्र के लिए वरदान भी बन सकती है। बुंदेलखंड और बघेलखंड जैसे क्षेत्रों में जलस्तर बढ़ा है, जिससे खरीफ की फसलों को फायदा होगा।
आने वाले दिनों का MP Weather पूर्वानुमान
दिनांक | पूर्वानुमान |
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11 जुलाई | भारी से अति भारी वर्षा, रेड अलर्ट |
12 जुलाई | लगातार बारिश, कई जिलों में जलभराव |
13 जुलाई | मौसम में थोड़ा सुधार, लेकिन अभी भी बारिश जारी |
14-15 जुलाई | हल्की से मध्यम बारिश, येलो अलर्ट |